Journal of Bhartiya Hindi Research Review
Publication Body: Anfo Publication House
Subject: Language
Peer Review Process
Frequency of Publication: Bimonthly [6 issues per year]
Languages: Hindi
Indexed Journal
Refereed Journal
Accessibility: Open Access
Plagiarism Checker: Plagiarism X
जर्नल ऑफ भारतीय हिंदी रिसर्च रिव्यू: का मुख्य उद्देश्य हिंदी साहित्य, भाषा, और संस्कृति से संबंधित विविध शोधों को प्रस्तुत करना है। यह पत्रिका उन लेखकों और शोधकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है जो हिंदी अध्ययन में उत्कृष्टता प्राप्त करने की आकांक्षा रखते हैं।
प्रकाशन क्षेत्र
हमारे जर्नल में निम्नलिखित विषयों पर लेख स्वीकार किए जाते हैं:
- हिंदी साहित्य का इतिहास: हिंदी साहित्य की विकास यात्रा और प्रमुख साहित्यकारों का योगदान।
- हिंदी भाषा का विकास: प्राचीन काल से आधुनिक काल तक हिंदी भाषा के विकास का अध्ययन।
- लोककथाएँ और मुहावरे: हिंदी लोककथाओं और मुहावरों का सांस्कृतिक मूल्यांकन।
- अनुवाद की चुनौतियाँ: हिंदी साहित्य में अनुवाद के दौरान आने वाली समस्याएँ और समाधान।
- आधुनिकता और परंपरा: हिंदी साहित्य में आधुनिकता और परंपरा के बीच संतुलन।
- साहित्यिक समीक्षाएँ: प्रमुख हिंदी साहित्यकारों की कृतियों का आलोचनात्मक विश्लेषण।
- संस्कृति और साहित्य: हिंदी साहित्य में भारतीय संस्कृति का परिलक्षित होना।
- भारतीयता की अवधारणा: हिंदी साहित्य में भारतीयता के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन।
- संविधान और हिंदी: हिंदी भाषा का भारतीय संविधान में स्थान और महत्व।
- समाजवादी विचारधारा: हिंदी साहित्य में समाजवादी विचारों का प्रभाव।
- धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन: हिंदी साहित्य में धार्मिक ग्रंथों और उनके प्रभाव का विश्लेषण।
- महाकाव्य और उसका प्रभाव: महाकाव्य की साहित्यिक महत्ता और सामाजिक प्रभाव।
- हिंदी साहित्य में नारीवादी दृष्टिकोण: नारीवादी विचारधारा का हिंदी साहित्य पर प्रभाव।
- कविता और गीत: हिंदी कविता और गीत की विभिन्न शैलियों और प्रवृत्तियों का अध्ययन।
- फिल्म और साहित्य: हिंदी फिल्मों में साहित्य का स्थान और प्रभाव।
- साहित्यिक आंदोलनों का अध्ययन: हिंदी साहित्य में विभिन्न साहित्यिक आंदोलनों का प्रभाव और योगदान।
- शिक्षा और हिंदी भाषा: हिंदी शिक्षा प्रणाली और उसके विकास पर चर्चा।
- भारतीय दर्शन और हिंदी साहित्य: हिंदी साहित्य में भारतीय दार्शनिक विचारों का प्रभाव।
- सांस्कृतिक राजनीति: हिंदी साहित्य में सांस्कृतिक और राजनीतिक मुद्दों का विमर्श।
- भारतीय सौंदर्यशास्त्र: हिंदी साहित्य में सौंदर्यशास्त्र के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण।
लेखन और प्रस्तुतिकरण
- सभी लेख नवीन और मौलिक होने चाहिए, और किसी अन्य स्रोत से कॉपी किए गए नहीं होने चाहिए।
- लेखों में सही संदर्भ और उद्धरण शामिल होना चाहिए, जिससे लेखक की मौलिकता का प्रमाण मिले।
- सभी लेखों को साहित्यिक, वैज्ञानिक, और सामाजिक दृष्टिकोण से गहराई से विश्लेषित किया जाना चाहिए।
समीक्षा प्रक्रिया
- सभी लेखों की समीक्षा एक विशेषज्ञ समिति द्वारा की जाएगी, जो लेख की गुणवत्ता और प्रासंगिकता सुनिश्चित करेगी।
- लेखकों को समीक्षा के परिणामों की सूचना समय पर दी जाएगी।
प्रकाशन के लाभ
- लेखकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान और दृश्यता मिलेगी।
- पत्रिका हिंदी साहित्य और अनुसंधान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करती है, जो शोधकर्ताओं को अपने विचार साझा करने का अवसर देती है।